संजय के इस ब्‍लॉग में आपका स्‍वागत है. मेरा सिरजण आप तक पहुंचे, इसका छोटा सा प्रयास।

Wednesday, October 4, 2017

*योजनाएं*लघुकथा*संजय पुरोहित 
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योजना निर्धन कल्‍याण की थी। कच्‍ची झोंपड़ियों को तोड़ कर पक्‍के मकान बनाये जाने थे। साहेब ने खुशी खुशी हस्‍ताक्षर कर दिये। अगली फाईल आई। पर्यटन को बढावा दिये जाने की योजना। पर्यटकों को ग्रामीण जीवन का एन्‍जॉय कराने के लिये सरकारी होटलों के कमरों को तोड़ कर झोंपड़ियां बनाई जानी थी। 
साहेब ने मुस्‍कुराते हुए इस फाईल पर भी हस्‍ताक्षर कर दिये।

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